अखिल भारतीय पं.माधवराव सप्रे लघुकथा सम्मान' डॉ.शील कौशिक को

 लघुकथा शोध केंद्र समिति के वार्षिक अलंकरणों की घोषणा


भोपाल


लघुकथा शोध केंद्र समिति भोपाल द्वारा वर्ष 2024 में दिये जाने वाले अपने प्रतिष्ठित अलंकरणों की घोषणा कर दी गई है । लघुकथा शोध केंद्र समिति की निदेशक कांता रॉय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस वर्ष केंद्र की कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से लिये गये निर्णय के अनुसार इस वर्ष का प्रतिष्ठित अखिल भारतीय पं. माधवराव सप्रे लघुकथा सम्मान 2024 सुपरिचित रचनाकार डॉ. शील कौशिक (सिरसा), हरियाणा को लघुकथा के क्षेत्र में उनके समग्र अवदान स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही 'पदमश्री रामनारायण उपाध्याय प्रादेशिक लघुकथा सम्मान' गिरीश पंकज (रायपुर, छत्तीसगढ़) को प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। आलोचना के क्षेत्र में 'आचार्य जगदीश चंद्र मिश्र आलोचना सम्मान' डॉ. जीतेंद्र जीतू, बिजनौर, उत्तर

प्रदेश को एवं 'मातुश्री धन्वंतरी देवी लघुकथा सम्मान' वरिष्ठ लघुकथाकर श्रीमती संतोष श्रीवास्तव (भोपाल) को प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही केंद्र द्वारा दो श्रेष्ठ लघुकथा की प्रकाशित कृतियों पर पारस दासोत सम्मान से सीमा व्यास इंदौर (मध्यप्रदेश) एवं विक्रम सोनी स्मृति सम्मान से डॉ. राधे श्याम भारतीय (करनाल

हरियाणा) श्रेष्ठ लघुकथा कृति सम्मान प्रदान किये जाएँगे। यह सम्मान आगामी 19 जून प्रथम लघुकथा के लेखक माधवराव सप्रे की जन्म जयंती 'लघुकथा दिवस' के अवसर पर भोपाल में आयोजित 'अखिल भारतीय लघुकथा अधिवेशन' में दुष्यंत कुमार सामरिक पांडुलिपि संग्रहालय के राज-सभागार में प्रदान किया जाएँगे। सभी पुरस्कार एक गरिमामय आयोजन में जिनके अंतर्गत सम्मानित होने वाले लघुकथाकारों को शॉल, श्रीफल, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिन्ह एवं मान-धन प्रदान कर सम्मानित किया जाएग।