सर्व धर्म सम्भाव को लेकर सद्भावना की ओर आगे बढ़ें: डॉ सौरभ पाण्डेय
धार्मिक सद्भाव के कमजोर होते जाने का सबसे बड़ा कारण: प्रो गौरव तिवारी
बुद्ध पीजी कॉलेज में भाईचारा एवं राष्ट्रीय एकता विषयक आयोजित संगोष्ठी आयोजित
कसया, कुशीनगर।
बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुशीनगर के भन्ते सभागर में सर्व धर्म भाईचारा एवं राष्ट्रीय एकता विषयक आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने आपसी प्रेम, बन्धुत्व व राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।
गांधीवादी विचारक प्रो0 मोहम्मद आरिफ ने कहा कि बुद्ध और गोरखनाथ जी की वाणी सर्वजन के लिए है। धर्म और साझी विरासत आज कटघरे में खड़ा है। जिसे बचाने की जरूरत है।हजारों साल से हम सब एक साथ रह रहे हैं। देश की आजादी के मूल्य समता, बन्धुता, प्रेम व न्याय है और इसी आधार पर देश की आजादी की लड़ाई लड़ी गयी। उन्होंने भारत की परिकल्पना पर चर्चा करते हुए कहा कि बसुधैव कुटुम्बकम व सेवा परमो धर्म: के मूलमंत्र व सर्वे भवन्तु सुखिनः की परंपरा को कायम रखने से ही सामाजिक एकता, सामाजिक शांति और सामाजिक न्याय कायम होगा। इतिहास के अनेक दृष्टांत के जरिए उन्होंने साझी विरासत को रेखांकित किया।
धराधाम मन्दिर गोरखपुर के निर्माणकर्ता डॉ सौरभ पाण्डेय ने कहा कि सर्व धर्म समभाव को लेकर सद्भावना की ओर बढ़ना होगा। तभी सामाजिक सद्भाव सँभव है। सद्भावना कठिन है लेकिन भाईचारा देश की आवश्यकता है। इसलिए प्रेम का संदेश मजबूत व सुखी समाज के लिए देना होगा। बताया कि कृष्ण, ईसा, बुद्ध, गांधी के अंतिम जीवन मे क्या हुआ। यह किसी से छिपा नहीं है। ईश्वर हमारे हृदय में बसते हैं। आलोचना के बजाय भेद, नफरत से बचना होगा।