लखनऊ, 7 फरवरी। मुख्यमंत्री ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को अद्भुत, अलौकिक और अविस्मरणीय क्षण बताया तो राम मंदिर के विरोध के लिए विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को पूरी दुनिया के लिए अद्भुत क्षण था। भारत के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न हुआ। प्रसन्नता है कि हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया। जो कहा सो किया, जो संकल्प लिया उसकी सिद्धि भी हुई। यही नहीं, सीएम योगी ने अयोध्या के साथ-साथ काशी और मथुरा विवाद को लेकर भी महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने दुर्योधन से पांच गांव मांगे थे, उसी तरह यहां सिर्फ तीन स्थलों की बात की गई थी। ये तीनों ईश्वर के अवतरण की धरती हैं। लेकिन एक जिद थी और उसमें राजनीतिक तड़के और वोट बैंक की प्रवृत्ति ने विवाद खड़ा कर दिया। सीएम योगी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि तब भी दुर्योधन ने कहा था कि सुई की नोक के बराबर जगह नहीं दूंगा तो महाभारत युद्ध तो होना ही होना था। यहां भी वोट बैंक के लिए हमारी संस्कृति और आस्था को रौंदने वाले आक्रांताओं का महिमामंडन किया गया, जिसे अब देश स्वीकार नहीं करेगा।
पिछली सरकारों में हुआ अयोध्या के साथ अन्याय
सीएम योगी ने अयोध्या और महाभारत के बीच समानता का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने अयोध्या नगरी को प्रतिबंधों और कर्फ्यू के दायरे में रखा। अयोध्या सुनियोंजित तिरस्कार भी झेलती रही। लोकआस्था के साथ ऐसा खिलवाड़ कभी देखने को नहीं मिला। अयोध्या के साथ अन्याय हुआ। 5000 साल पुरानी बात को याद करें तो कृष्ण ने केवल पांच ग्राम मांगे थे। उन्होंने कहा था कि दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम। दुर्योधन ने श्रीकृष्ण को बंधक बनाने की कोशिश, उलटे हरि को बांधने चला जो था असाध्य उसे साधने चला... यही तो हुआ था अयोध्या, मथुरा और काशी के साथ। ये तीनों विशिष्ट स्थल हैं। पहली बार देखने को मिला कि लोक आस्था के लिए भी गिड़गिड़ाना पड़ा। लेकिन अब जब लोगों ने अयोध्या का उत्सव देखा तो नंदी बाबा ने कहा कि हम क्यों इंतजार करें। उन्होंने रात्रि में बैरिकेड तुड़वा डाले। हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं। विदेशी आक्रांताओं ने केवल धन दौलत ही नहीं लूटा, इस देश की आस्था को रोंदने का काम किया। आजादी के बाद विपक्षी दलों ने उन्हें केवल वोट बैंक के लिए महिमामंडित करने का कुत्सित प्रयास किया। अब ये देश इसे स्वीकार नहीं करेगा।
राम की मर्यादा हमें धैर्य की प्रेरणा देती है
सीएम योगी ने कहा कि यूपी ने 22 जनवरी 2024 की घटना को देखा है। पूरा देश अभिभूत था। पूरी दुनिया में हर वह व्यक्ति जो सत्य और न्याय का पक्षधर है वह गौरवान्वित था। हर सनातनी की आंख में आंसू थे। वह अपनी कई पीढ़ियों को कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा था। सौभाग्य है कि वहां प्रत्यक्ष रूप से मौजूद था, वहां अद्भुत और ऊर्जा से भरा हुआ वातावरण था। हर सदस्य के चेहरे पर संतोष था कि अयोध्या में जो हुआ है वो अच्छा हुआ है। हर व्यक्ति के मन में ये भाव है कि हम सबको अयोध्या चलना चाहिए। 500 साल के लंबे संघर्ष को सर्वानुमति के साथ उसके समाधान का रास्ता निकला। पूरे देश की जनभावना के अनुरूप रामलला वहां प्रत्यक्ष रूप से विराजमान हो चुके हैं। सीएम योगी ने कहा कि यह दुनिया में पहली घटना थी जहां प्रभु को स्वयं के अस्तित्व के लिए स्वयं प्रमाण जुटाने पड़े थे। राम की मर्यादा हमें धैर्य की प्रेरणा देती है। आज नव्य, भव्य और दिव्य अयोध्या को देख हर कोई अभिभूत है।
हमारी नीति और नीयत स्पष्ट
सीएम योगी ने पूर्व की सरकारों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ये काम पहले ही हो जाना चाहिए था। हम मानते हैं कि मंदिर का विवाद न्यायालय में था, लेकिन वहां की सड़कों को चौड़ा किया जा सकता था। घाटों का पुनरोद्धार हो सकता था। बिजली की व्यवस्था, स्वच्छता और स्वास्थ्य की व्यवस्था की जा सकती थी। एयरपोर्ट का कार्य किया जा सकता था। विकास के इन कार्यों को किस मंशा के साथ रोका गया था। काशी, मथुरा का विकास अवरुद्ध करने के पीछे कौन सी मंशा थी। विवाद एक स्थल विशेष का था, मगर वहां के लोगों को वहां आने वालों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित क्यों किया गया। ये मुद्दा नीयत का है। हमारी आस्था थी और नीति भी साफ थी, नीयत भी स्पष्ट थी। हम बिना रुके, बिना डिगे, बिना झुके अयोध्या भी गए, काशी गए तो नोएडा और बिजनौर भी गए। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति स्वयं शास्वत नहीं है तो कुर्सी कैसे शास्वत रहेगी। सीएम योगी ने कहा कि हम अयोध्या इसलिए जाएंगे कि हमारी आस्था का प्रश्न है। अयोध्या का भव्य दीपोत्सव हमारी सरकार का सौभाग्य है। आज वह नित नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। अयोध्या में सदियों की प्रतीक्षा खत्म हुई। वहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। 14-15 फ्लाइट देशभर से संचालित है।
रामायण या महाभारत से सीखते तो चच्चू का अपमान नहीं करते
सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के पूरे भाषण के दौरान सदन में मौजूद था। मुझे आश्चर्य हुआ कि अब बोलेंगे तब बोलेंगे और इस सदी की सबसे बड़ी घटना की ओर भी आकर्षित करेंगे, लेकिन वो ध्यान भटकाते रहे। अब तक की उनकी परिपाटी रही है कि तथ्यों और तर्कों से नहीं अपनी जबरन बातों को थोपने का प्रयास करते हैं। 2017 से पहले जिन लोग चार-चार बार सत्ता के सिंहासन पर विराजमान थे उन्होंने यूपी के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। यहां का नौजवान बाहर नहीं जा सकता था। यूपी से बाहर निकलता था तो हेय दृष्टि से देखा जाता था। यहां तो अवसर थे नहीं, बाहर भी नौकरी नहीं मिलती थी। किराए पर कमरे की बात तो दूर होटल और धर्मशालाओं में कमरे भी नहीं मिलते थे। कौन जिम्मेदार है इस स्थिति के लिए? उन्होंने करारा तंज कसते हुए कहा कि अयोध्या में माता शबरी के नाम पर रसोईघर शुरू हो चुका है। माता शबरी के अनुयायी पीडीए के पार्ट हैं या नहीं। निषाद राज के नाम पर रैनबसेरे शुरू हुए हैं, निषादराज के अनुयायी पीडीए का हिस्सा हैं या नहीं। इनका पीडीए यानी परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है। इसमें और कोई है या नहीं, मगर चच्चू नहीं है। एक बार पढ़िए महाभारत। परिवार के तीन सदस्यों के नाम थे, चच्चू का नाम क्यों नहीं था। अगर प्रभु राम को मानते, रामायण से सीखते या महाभारत से ही सीखते तो चच्चू का अपमान नहीं करते।
अयोध्या में गौरवान्वित हुई लोकआस्था
सीएम योगी ने कहा कि आज अयोध्या की पौराणिकता के साथ साथ भौतिक विकास की भव्य, दिव्य अयोध्या हम सबको दिख रही है। 31 हजार करोड़ की योजनाएं चल रही हैं। इसमें धर्म पथ, श्रीरामपथ, भक्तिपथ, जन्मभूमि पथ का निर्माण हो चुका है। सिंगल लेन की सड़कें फोर लेन हो गई है। गुप्तार घाट, रामघाट, नया घाट, ये दिव्य स्थल बन चुके हैं। राम की पैड़ी में 2017 से पहले पानी सड़ता था। आज यह हरिद्वार की तरह निर्मल बन चुका है। भरत कुंड, सूरज कुंड, ब्रह्म कुंड, मल्टीलेवल पार्किंग जैसे काम हो रहे हैं। नई टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। हर राज्य के लिए स्टेट हाउस, हर पंथ के लिए अपनी धर्मशाला बनाने का कार्य हो रहा है। भारत का जनविश्वास और सुदृढ़ हुआ है। लोकआस्था गौरवान्वित हुई है। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं जो अवधपुरी में प्रभु के भव्य मंदिर के साक्षी बने हैं। 16 दिन में 36 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट ने दर्शन किया। मंगलवार को ही नेपाल के सांसद और बुधवार को फिजी और सूरीनाम के लोग वहां आ रहे हैं।
अयोध्या में परिक्रमा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा सकता
सीएम ने कहा कि एक दौर था, जब अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित थीं। रामनामी गमछा ओढ़ने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाता था। यही देश ने देखा है। 1990 से लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। हम आश्वस्त कर सकते हैं कि भव्य-नव्य दिव्य अयोध्या हर भारतवासी को आकर्षित करेगी। अयोध्या को दुनिया का बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की कार्यवाही सरकार द्वारा प्रारंभ कर दी गई है। अब अयोध्या में कोई परिक्रमा पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता। पंच कोसी, चौदह कोसी और 84 कोसी को भव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। अब वहां कर्फ्यू नहीं लगा सकता। वहां मंगल भवन अमंगल हारी का कीर्तन सुनाई दे रहा है। अयोध्या सचमुच की अयोध्या बन रही है। कुछ लोगों ने उसे युद्ध भूमि बना रखा था।
नेता प्रतिपक्ष को प्रदेश के गौरव की नहीं, वोट बैंक की चिंता है
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी के रवैये पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि हमारे संसदीय कार्यमंत्री ने अयोध्या से संबंधित संकल्पों को सदन में रखा था, उसका भी कुछ सदस्यों ने विरोध किया था। पूरा देश जब आह्लादित है तब सदस्यों का ये भाव जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ है। आज हमसे पूरा भारत नई अपेक्षा रखता है। आज अयोध्या आप सबको प्रभु के दर्शन के लिए आमंत्रित करती है। प्रभु सबके हैं, भक्त वत्सल हैं। पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत यहीं से की थी, मगर नेता प्रतिपक्ष को वोट की चिंता है। उन्हें प्रदेश के गौरव की नहीं वोट बैंक की चिंता है। ये बड़ी खतरनाक व्यथा है। वोट बैंक के लिए हम किस स्तर पर जाकर लोकआस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं। राज्यपाल के शब्दों का समर्थन नहीं कर पाए।मुख्यमंत्री ने प्रदेश में हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को भी सदन में रखा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में थल, जल और नभ में इन्फ्रास्ट्रक्चर में वृद्धि हुई है। वहीं उन्होंने सदन को इस बात की भी जानकारी दी कि बहुत जल्द यूपी 21 एयरपोर्ट वाला देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी 19 फरवरी को राजधानी लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। इस दौरान 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश को धरातल पर उतारा जाएगा।
विपक्ष को यूपी की विकास गाथा को स्वीकार करना चाहिए
सीएम योगी ने एक प्रमुख इंग्लिश अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट का भी उल्लेख किया जिसमें बताया गया कि तमिलनाडु के तिरुपुर जिले में यूपी के दो लाख से अधिक लोग कार्य करते थे, मगर पिछले सात साल में उनमें से 60 हजार लोग वापस यूपी में जा चुके हैं, क्योंकि उन्हें वहीं रोजगार मिल गया है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को इंगित करते हुए कहा कि यूपी की इस विकास गाथा को सभी को स्वीकार करना चाहिए।
सात साल में फोर लेन की 1235 परियोजनाओं को आगे बढ़ाया गया
सीएम ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बाद गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस की शुरुआत होने जा रही है। बलिया लिंक एक्सप्रेसवे भी बन रहा है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। प्रयागराज महाकुंभ से पहले सरकार का प्रयास है कि गंगा एक्सप्रेस को चालू कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि लखनऊ कानपुर लिंक एक्सप्रेसवे और बलिया लिंक एक्सप्रेसवे को भारत सरकार के सहयोग से बनाया जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में फोर लेन की 1235 प्रोजेक्ट को पिछले सात साल में आगे बढ़ाया गया है।
आज 150 फ़्लाइट के जरिए 75 से अधिक डेस्टिनेशन तक हवाई सेवा उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में प्रदेश में दो एयरपोर्ट वाराणसी और लखनऊ पूरी तरह से क्रियाशील थे। आज 10 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, जिनसे 150 फ़्लाइट 75 से अधिक डेस्टिनेशन तक हवाई सेवा उपलब्ध करा रही हैं। 2016-17 से 2023 तक हवाई यात्रियों की संख्या में 100 गुना की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि यहां की सदानीरा नदियों में कनेक्टिविटी के लिए इनलैंड वॉटर वेज ऑथिरिटी बनाई है। इसके तहत जनपद वाराणसी में मल्टी मोडल टर्मिनल का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। आज रेल का सबसे बड़ा नेटवर्क हमारे पास है।
रखेंगे रिपोर्ट, पिछले इन्वेस्टर्स समिट से सृजित हुए कितने रोजगार
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब बिजनेस हब और निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है। कानून व्यवस्था अच्छी और सरकार की नियत साफ हो तो देश और दुनिया के निवेशक निवेश के लिए आना चाहते हैं। जीआईएस 2023 इसका श्रेष्ठ उदहारण है, जिसमें लगभग 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। आगामी 19 फरवरी को प्रधानमंत्री के करकमलों से 10 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी होने जा रही है। उसी समय हम रिपोर्ट भी पढ़ेंगे कि पिछले निवेश से कितनी नौकरियां लगी हैं, कितने रोजगार का सृजन हुआ है और यूपी में इसका क्या असर पड़ा है। सीएम योगी ने कहा कि यह सब इसलिए संभव हुआ है क्योंकि यूपी में सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, ईज ऑफ डुइंग बिजनेस, निवेश अनुकूल नीतियां, सिंगल विंडो सिस्टम तथा जवाबदेह और पारदर्शी नीतियां हैं।
इस साल के अंत तक 12800 मेगावॉट हो जाएगी विद्युत् उत्पादन क्षमता
मुख्यमंत्री ने ऊर्जा सेक्टर के बारे में बताते हुए कहा कि 2016-17 में प्रदेश में कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 5600 मेगावॉट थी। वर्तमान में कुल उत्पादन क्षमता 8688 मेगावॉट हो गई है। इस साल के अंत तक हम विद्युत् उत्पादन क्षमता 12800 मेगावॉट हो जाएगी। 2017 तक कुल 128494 मजरों तक बिजली आपूर्ति पहुंच पाई थी। बीते साल साल में 249818 मजरों तक बिजली आपूर्ति. यानी 100 प्रतिशत मजरों को विद्युतीकृत किया जा चुका है। 2012-17 में निर्गत लगभग 8.44 लाख विद्युत संयोजनों के सापेक्ष वर्ष 2017 से अब तक 1 करोड़ 65 लाख विद्युत संयोजन निर्गत किये गये हैं। यानी सपा के कालखंड से 20 गुना ज्यादा। 2017 से पहले बिजली का अता पता नहीं होता था। 2017 के बाद ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे, तहसील मुख्यालय में 21 से 22 घंटे, जनपद मुख्यालयों पर 24 घण्टे बिजली आपूर्ति अनवरत कर रहे हैं।
7 साल में 10 गुना बढ़ी है सौर ऊर्जा परियोजनाएं
सौर ऊर्जा की बात करें तो 2017 तक कुल स्थापित 288 मेगावॉट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएं थी, जो वर्तमान में 2596 मेगावॉट हो गयी हैं। यानी सौर ऊर्जा आधारित विद्युत परियोजनाओं में पिछले लगभग 7 वर्षों में 10 गुना बढ़ोतरी हुई है। अयोध्या और काशी सोलर सिटी के रूप में विकसित की जा रही है तो बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को सोलर एक्सप्रेस वे के रूप में तैयार किया जा रहा है। अयोध्या में 10 किलोमीटर लम्बे मार्ग को सोलर स्मार्ट स्ट्रीट लाइट द्वारा प्रकाशित किया गया है, जो एक विश्व रिकॉर्ड है।आजादी के अमृतकाल में सुशासन की अविरल अमृतधारा से उत्तर प्रदेश को सिंचित करने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार उच्च कानून-व्यवस्था प्रणाली समेत कई मानकों में नए प्रतिमान स्थापित कर रही है। प्रदेश को अब देश में रोल मॉडल के तौर पर देखा जा रहा है और उत्तर प्रदेश की इस बदलती छवि को सबसे ज्यादा बल योगी सरकार के 7 वर्षों के कार्यकाल के दौरान मिला है। बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापन के दौरान सीएम योगी ने प्रदेश में सुशासन की तस्वीर की पेश की। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश की विकासगाथा पर फोकस करने के साथ ही सुशासन व कानून व्यवस्था को लेकर आए परिवर्तन का खाका खींचते हुए जीरो टॉलरेंस नीति समेत अपराध के खिलाफ क्विक रिस्पॉन्स टाइम जैसी प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की तमाम उप्लब्धियों को गिनाते हुए उन पक्षों पक्षों की ओर विधानसभा का ध्यान आकृष्ट कराया जिनके कारण उत्तर प्रदेश अब देश में रोल मॉडल राज्यों के तौर पर देखा जा रहा है।
सुशासन को लेकर कही यह बात...
सीएम योगी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापन के दौरान कहा कि वर्तमान समय आजादी के अमृतकाल का है और देश व प्रदेश नए संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। हर भारतवासी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 'पंच प्रण' से स्वयं को जोड़कर देश के विकास में अपना योगदान करने तो तत्पर है। सुशासन के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कार्यपद्धति में सुधार, तकनीक का उपयोग, पारदर्शिता, जनसंवाद, मुख्यमंत्री कमांड सेंटर में स्थापित सीएम डैशबोर्ड से सतत मॉनीटरिंग जैसे प्रयास किये गए। उन्होंने बताया कि पिछले 07 वर्षों में सम्पूर्ण समाधान दिवस’, ‘थाना दिवस’ ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076’, आईजीआरएस एवं अन्य प्लेटफॉर्म्स पर 04 करोड़ 77 लाख 89 हजार 657 संदर्भ प्राप्त हुए। जिसमें 04 करोड़ 74 लाख 64 हजार 469 संदर्भों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया गया।
कानून-व्यवस्था के लिहाज से उत्तर प्रदेश अब बन रहा है रोल मॉडल
सीएम योगी ने भाषण के दौरान कहा कि विगत सात वर्षों में आमजन में जो सुरक्षा का वातावरण पैदा हुआ है उसके लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, कानपुर नगर, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद तथा प्रयागराज में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था की गई है। सभी 75 जिलों में साइबर सेल क्रियाशील। जिला स्तर पर संचालित साइबर सेल को थाने स्तर तक विस्तार का किया निर्णय। साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ पर एडवांस साइबर फॉरेंसिक लैब, 18 परिक्षेत्रीय थानों पर बेसिक साइबर फॉरेंसिक लैब तथा 57 जनपदीय साइबर क्राइम थानों की स्थापना की कार्यवाही प्रचलित। सीएम योगी ने इस बात पर भी जोर दिया कि पहले अपराध के पैमाने पर उत्तर प्रदेश की छवि और मौजूदा छवि में जमीन-आसमान का फर्क आया है, आज उत्तर प्रदेश देशभर में अपराध उन्मूलन की दिशा में रोल मॉडल बनकर उभरा है।
कानून-व्यवस्था से जुड़े इन अहम प्वॉइंट्स का सीएम योगी ने किया उल्लेख...
● उ.प्र. राज्य फॉरेन्सिक विज्ञान संस्थान, लखनऊ की स्थापना।
● 1 लाख 55 हजार 623 पदों पर पुलिस कर्मियों की भर्ती। (पुरुष- 1,32,953 महिला- 22,670)
● 68,607 पदों पर भर्तियां प्रचलित, साथ ही पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों की क्षमता दोगुना किये जाने की कार्यवाही प्रचलित।
● प्रदेश में 124 नये थाने, 88 नई चौकियां, 7 नये महिला पुलिस थाने, 4 नये आर्थिक अपराध इकाई थाने, 16 नये साइबर क्राइम थाने स्थापित।
● राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की तीन कम्पनियां क्रियाशील है एवं तीन अतिरिक्त कम्पनियों का गठन व पदसृजन।
● वीरांगना झलकारी बाई महिला पीएसी बटालियन गोरखपुर, वीरांगना अवन्ती बाई महिला पीएसी बटालियन बदायूं, वीरांगना उदा देवी महिला पीएसी बटालियन लखनऊ की स्थापना।
● प्रदेश में पहली बार महिला पुलिस कर्मियों को बीट पुलिस के रूप में दायित्व दिया गया। वर्तमान में 10,417 महिला बीट गठित हैं।
● एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन।
● महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन।
● देवबन्द, बहराइच, अलीगढ़, कानपुर सहित कई अन्य जनपदों में ए.टी. एस. की नई फील्ड यूनिट गठित।
● आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत हुई है। महिला सम्बन्धी अपराधों में संलिप्त अपराधियों को सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश, देश में नम्बर एक राज्य है।
एनसीआरबी के आंकड़ों का भी किया उल्लेख
सीएम योगी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रदेश में अपराध नियंत्रण की स्थिति स्पष्ट की। यह इस प्रकार है...
86.97
प्रतिशत डकैती के मामलों में आई है गिरावट वर्ष 2016 के सापेक्ष
75.66
प्रतिशत लूट के मामलों में आई है कमी 2016 की तुलना में
42.99
प्रतिशत हत्या के मामलों में आई है कमी 2016 की तुलना में
72.31
प्रतिशत कमी अपहरण-फिरौती व 64.24 प्रतिशत बलवा के मामले में आई है कमी 2016 की तुलना में
45.72
प्रतिशत कमी आई है
सीएम योगी ने बुधवार को सदन में आश्वासन दिया कि 2025 के महाकुंभ को 2019 से भी अधिक भव्य और दिव्य रूप से संपन्न कराया जाएगा। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हम 2025 के महाकुंभ को भव्य दिव्य रूप में संपन्न कराएंगे। 2019 में जब प्रयागराज कुंभ था, तब काशी, अयोध्या, चित्रकूट, नैमिषारण्य और विंध्यवासिनी का धाम इस रूप में नहीं था। हमारा अनुमान है कि 19 के कुंभ की तुलना में दोगुना श्रद्धालु यहां आएंगे। उनके लिए अवस्थापना की सुविधाएं विकसित करने के लिए अभी से कार्य शुरू हो चुका है। 9 आरओबी बनाए गए हैं, नया सिविल टर्मिनल बनाने का कार्य किया गया, 250 से अधिक सड़कों का चौड़ीकरण और सुदृढ़िकरण का कार्य हुआ। 114500 शौचालयों का निर्माण हुआ। इस साल भी माघ मेला में अब तक 40 लाख श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं।
2019 कुंभ ने सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था का प्रस्तुत किया मॉडल
सीएम योगी ने कहा कि माघ मेले को 2025 के प्रयागराज महाकुंभ के पूर्व के रिहर्सल के रूप में सरकार लेकर चल रही है। हमारे सामने 2019 के प्रयागराज को आयोजित करने का उदाहरण है। पहली बार 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पहुंचकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था का क्या मॉडल हो सकता है, ये प्रयागराज कुंभ में देखने को मिला। दुनिया के 100 से अधिक देशों के राजनयिक वहां आए थे। इतने बड़े जनसमुदाय को देखकर सबने व्यवस्था की सराहना की थी। आजादी के बाद पहली बार मौनी अमावस्या पर 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई थी। पहली बार आजादी के बाद अक्षय वट, सरस्वती कूप के दर्शन श्रद्धालुओं ने किए थे। उन्होंने कहा कि आज भारत जिस सांस्कृतिक पुनर्जागरण में प्रवेश कर चुका है, उसमें अयोध्या का दीपोत्सव, ब्रज का रंगोत्सव, काशी की देव दीपावली पूरे देश में अपनी पहचान बना रही है।
टूरिज्म के क्षेत्र में अग्रणी बन रहा उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद, श्रीदेवीपाटन तीर्थ विकास परिषद, ब्रज तीर्थ विकास परिषद, विंध्य धाम तीर्थ विकास परिषद, शुक्रतीर्थ विकास परिषद, चित्रकूट धाम तीर्थ एवं नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद का गठन करके धार्मिक स्थलों के विकास को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरीडोर पूरा हो चुका है, मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा का 100 साल बाद पुनः प्रतिष्ठापन हुआ है। सोरों-सूकर क्षेत्र का विकास आदि अद्भुत कार्य हुए हैं। कहीं रामायण परिपथ, कहीं बौद्ध परिपथ, आध्यात्मिक परिपथ, शक्तिपीठ परिपथ, कृष्ण/ब्रज परिपथ, बुंदेलखंड परिपथ, महाभारत परिपथ पर सरकार कार्य कर रही है। इसी का परिणाम है कि पिछले साल 6.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के दर्शन किए। मथुरा-वृंदावन में पिछले साल 6.20 करोड़ श्रद्धालुओं/पर्यटकों का आगमन हुआ। नैमिषधाम में 10 लाख श्रद्धालुओं ने पिछले साल दर्शन किए। बुंदेलखंड में 2.55 करोड़ पर्यटकों का आगमन हुआ। बुद्धिष्ट सर्किट में 29 लाख पर्यटकों का आगमन हुआ। शुक्रतीर्थ में 8.50 लाख श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। सीएम योगी ने कहा कि बुंदेलखंड और यूपी के ऐतिहासिक स्थलों के व्यवस्थित विकास के लिए सरकार कार्य कर रही है। बहुत जल्द इन्हें हेरिटेज टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश टूरिज्म के क्षेत्र में नंबर एक पर पहुंच गया है। यहां लाखों लोगों को नौकरी और रोजगार का अवसर मिल रहा है। यूपी की इकोनॉमी में बढ़ोतरी हो रही है।
सीएम योगी ने सदन में उत्तर प्रदेश में नगर विकास और चिकित्सा स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुई प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अयोध्या, मथुरा-वृंदावन एवं शाहजहांपुर में नए नगर निगम का गठन किया गया तो 113 नए नगर निकायों का गठन भी हुआ। 08 सेफ सिटी और 17 स्मार्ट सिटी पर कार्य हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत देश में सर्वाधिक 17 लाख 34 हजार पटरी व्यवसायियों को लगभग 2317 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के प्रथम चरण में सभी जनपद खुले में शौच से मुक्त घोषित किए गए हैं। प्रदेश की सभी 58,856 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण पूर्ण हो गया है। 100 प्रतिशत ग्राम ओडीएफ प्लस घोषित किए जा चुके हैं।
केंद्रीय बजट में यूपी की महिलाओं को मिला लाभ
चिकित्सा-स्वास्थ्य पर सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 की तुलना में वर्ष 2023 तक एईएस रोगियों की मृत्यु में 98 प्रतिशत व जेई रोगियों की मृत्यु में 96 प्रतिशत की कमी आई है। एईएस रोगियों की संख्या में 76 प्रतिशत तथा जेई रोगियों की संख्या में 85% की कमी आई है। एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज के संकल्प को पूर्ण करने की ओर हम तेजी से बढ़ रहे हैं। अतिशीघ्र एक दर्जन जनपदों को मेडिकल कॉलेज की सुविधा मिलने जा रही है। आयुष्मान भारत योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से 01 करोड़ 80 लाख परिवार आच्छादित हैं। 04 करोड़ 86 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। 19 जनवरी, 2024 तक 31 लाख 88 हजार लाभार्थियों द्वारा 4,677 करोड़ रुपए का निःशुल्क इलाज प्राप्त किया गया है। 14 जनवरी, 2024 तक आयोजित 131 मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में कुल 12.48 करोड़ से अधिक रोगी लाभान्वित हुए हैं। 2014 में मातृ मृत्यु दर 285 प्रति लाख थी, जो वर्ष 2022 में कम होकर 167 प्रति लाख हो गई है। शिशु मृत्यु दर वर्ष 2014 में 48 प्रति हजार थी, जो 2020 में कम होकर 38 प्रति हजार हो गई है। 75 जनपदों में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इस बार केंद्रीय बजट में आयुष्मान भारत योजना में आंगनवाड़ी व आशा बहनों को शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया है। इससे प्रदेश में लाखों महिलाओं को लाभ मिलेगा।
बेसिक स्कूलों में 1.92 करोड़ बच्चों का नामांकन
उत्तर प्रदेश में शिक्षा को लेकर किए गए कार्यों और उपलब्धियों पर भी सीएम योगी ने तथ्यों के साथ प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ‘स्कूल चलो अभियान’ को व्यापक रूप से संचालित किया गया, जिससे 06 वर्षों में बच्चों के नामांकन में लगभग 40 लाख से अधिक की वृद्धि के साथ नामांकन बढ़कर 1.92 करोड़ हो गया है। बेसिक शिक्षा के प्रत्येक विद्यालय में दो-दो टैबलेट की उपलब्धता एवं 18,381 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की भी स्थापना की गई है। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत प्रदेश के 1,32,594 परिषदीय विद्यालयों में से 93.20 प्रतिशत विद्यालयों को 19 मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं से संतृप्त किया जा चुका है। 925 परिषदीय विद्यालयों को पी.एम. श्री योजना से आच्छादित किया गया है। 57 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय स्वीकृत किए गए, जबकि पूर्व से संचालित 75 कम्पोजिट विद्यालयों को मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय के रूप में विकसित करने की कार्यवाही गतिमान है। प्रोजेक्ट अलंकार योजना के अन्तर्गत राजकीय विद्यालयों में वृहद निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। अब तक 59 जनपदों के 1,349 विद्यालयों के लिए 357 करोड़ रुपये हस्तान्तरित कर दिए गए हैं। पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के लिए सभी मंडल मुख्यालय पर अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना। जो देश में एक मॉडल के रूप में लिया जा रहा है। मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ और महाराजा सुहेल देव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ की स्थापना की गई है। मां विन्ध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय, मीरजापुर, मां पाटेश्वरी देवी राज्य विश्वविद्यालय, देवीपाटन मंडल, मुरादाबाद मंडल में राज्य विश्वविद्यालय तथा कुशीनगर जनपद में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया। जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय के रूप में प्रतिष्ठापित करने का निर्णय लिया गया। निजी क्षेत्र में 15 विश्वविद्यालयों को लेटर ऑफ परफॉर्मेंस, 15 को लेटर ऑफ इंटेंट जारी हो गया है। 15 अन्य आवेदन भी आए हैं। 26 नए पॉलिटेक्निक की स्थापना (15 क्रियाशील), 35 आईटीआई की स्थापना (08 क्रियाशील)हुई है। स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत निःशुल्क स्मार्टफोन एवं टैबलेट वितरित किए जा रहे हैं। अब तक 17,61,374 युवा स्मार्टफोन से तथा 7,54,295 युवा टैबलेट से लैस हो चुके हैं।
इजराइल में 5 हजार युवाओं को मिला रोजगार
सीएम योगी ने युवाओं के रोजगार पर भी सदन में चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक साढ़े 06 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान की गईं और वो भी पूरी पारदर्शी प्रक्रिया से। जीआईएस से 1.10 करोड़ रोजगार के अवसर प्राप्त होने की संभावना है। रोजगार व स्वरोजगार के लिए सरकारी प्रोत्साहन से 2 करोड़ युवाओं को लाभ मिला है। रोजगार मेलों से 9,50, 042 युवाओं को निजी क्षेत्र में सेवायोजन मिला है। 37,84,255 प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग करते हुए विभिन्न उद्यमों में सेवायोजन कराया गया है तो हमारे कुशल युवाओं की विदेशों में बड़ी मांग हो रही है। अभी 5000 युवा इजरायल जा रहे।
केंद्रीय बजट में यूपी की महिलाओं को मिला लाभ
चिकित्सा-स्वास्थ्य पर सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 की तुलना में वर्ष 2023 तक एईएस रोगियों की मृत्यु में 98 प्रतिशत व जेई रोगियों की मृत्यु में 96 प्रतिशत की कमी आई है। एईएस रोगियों की संख्या में 76 प्रतिशत तथा जेई रोगियों की संख्या में 85% की कमी आई है। एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज के संकल्प को पूर्ण करने की ओर हम तेजी से बढ़ रहे हैं। अतिशीघ्र एक दर्जन जनपदों को मेडिकल कॉलेज की सुविधा मिलने जा रही है। आयुष्मान भारत योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से 01 करोड़ 80 लाख परिवार आच्छादित हैं। 04 करोड़ 86 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। 19 जनवरी, 2024 तक 31 लाख 88 हजार लाभार्थियों द्वारा 4,677 करोड़ रुपए का निःशुल्क इलाज प्राप्त किया गया है। 14 जनवरी, 2024 तक आयोजित 131 मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में कुल 12.48 करोड़ से अधिक रोगी लाभान्वित हुए हैं। 2014 में मातृ मृत्यु दर 285 प्रति लाख थी, जो वर्ष 2022 में कम होकर 167 प्रति लाख हो गई है। शिशु मृत्यु दर वर्ष 2014 में 48 प्रति हजार थी, जो 2020 में कम होकर 38 प्रति हजार हो गई है। 75 जनपदों में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इस बार केंद्रीय बजट में आयुष्मान भारत योजना में आंगनवाड़ी व आशा बहनों को शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया है। इससे प्रदेश में लाखों महिलाओं को लाभ मिलेगा।
बेसिक स्कूलों में 1.92 करोड़ बच्चों का नामांकन
उत्तर प्रदेश में शिक्षा को लेकर किए गए कार्यों और उपलब्धियों पर भी सीएम योगी ने तथ्यों के साथ प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ‘स्कूल चलो अभियान’ को व्यापक रूप से संचालित किया गया, जिससे 06 वर्षों में बच्चों के नामांकन में लगभग 40 लाख से अधिक की वृद्धि के साथ नामांकन बढ़कर 1.92 करोड़ हो गया है। बेसिक शिक्षा के प्रत्येक विद्यालय में दो-दो टैबलेट की उपलब्धता एवं 18,381 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की भी स्थापना की गई है। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत प्रदेश के 1,32,594 परिषदीय विद्यालयों में से 93.20 प्रतिशत विद्यालयों को 19 मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं से संतृप्त किया जा चुका है। 925 परिषदीय विद्यालयों को पी.एम. श्री योजना से आच्छादित किया गया है। 57 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय स्वीकृत किए गए, जबकि पूर्व से संचालित 75 कम्पोजिट विद्यालयों को मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय के रूप में विकसित करने की कार्यवाही गतिमान है। प्रोजेक्ट अलंकार योजना के अन्तर्गत राजकीय विद्यालयों में वृहद निर्माण के लिए 500 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। अब तक 59 जनपदों के 1,349 विद्यालयों के लिए 357 करोड़ रुपये हस्तान्तरित कर दिए गए हैं। पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के लिए सभी मंडल मुख्यालय पर अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना। जो देश में एक मॉडल के रूप में लिया जा रहा है। मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ और महाराजा सुहेल देव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ की स्थापना की गई है। मां विन्ध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय, मीरजापुर, मां पाटेश्वरी देवी राज्य विश्वविद्यालय, देवीपाटन मंडल, मुरादाबाद मंडल में राज्य विश्वविद्यालय तथा कुशीनगर जनपद में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया। जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय के रूप में प्रतिष्ठापित करने का निर्णय लिया गया। निजी क्षेत्र में 15 विश्वविद्यालयों को लेटर ऑफ परफॉर्मेंस, 15 को लेटर ऑफ इंटेंट जारी हो गया है। 15 अन्य आवेदन भी आए हैं। 26 नए पॉलिटेक्निक की स्थापना (15 क्रियाशील), 35 आईटीआई की स्थापना (08 क्रियाशील)हुई है। स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के अन्तर्गत निःशुल्क स्मार्टफोन एवं टैबलेट वितरित किए जा रहे हैं। अब तक 17,61,374 युवा स्मार्टफोन से तथा 7,54,295 युवा टैबलेट से लैस हो चुके हैं।
इजराइल में 5 हजार युवाओं को मिला रोजगार
सीएम योगी ने युवाओं के रोजगार पर भी सदन में चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक साढ़े 06 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान की गईं और वो भी पूरी पारदर्शी प्रक्रिया से। जीआईएस से 1.10 करोड़ रोजगार के अवसर प्राप्त होने की संभावना है। रोजगार व स्वरोजगार के लिए सरकारी प्रोत्साहन से 2 करोड़ युवाओं को लाभ मिला है। रोजगार मेलों से 9,50, 042 युवाओं को निजी क्षेत्र में सेवायोजन मिला है। 37,84,255 प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग करते हुए विभिन्न उद्यमों में सेवायोजन कराया गया है तो हमारे कुशल युवाओं की विदेशों में बड़ी मांग हो रही है। अभी 5000 युवा इजरायल जा रहे।