लखनऊ : 02 दिसम्बर, 2023
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप नये भारत की नयी अयोध्या बन रही है। अयोध्या के विकास कार्यां एवं समीक्षा के लिए वह समय-समय पर अयोध्या का भ्रमण करते रहे हैं। देश व दुनिया के साथ अयोध्या की कैसी कनेक्टिविटी होनी है, इसके लिए वह केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री व केन्द्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री के साथ अयोध्या एयरपोर्ट का निरीक्षण करने के लिए आये हैं।
मुख्यमंत्री जी आज केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम0 सिंधिया एवं केन्द्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) (डॉ0) वी0के0 सिंह के साथ जनपद अयोध्या में निर्माणाधीन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के निरीक्षण के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी तथा केन्द्रीय मंत्रियों ने एयरपोर्ट के कार्यों के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर अयोध्या के विभिन्न विकास कार्यों एवं निर्माणाधीन एयरपोर्ट में भूमि अधिग्रहण सम्बन्धित सभी प्रक्रियाओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण किया गया। साथ ही, सुरक्षा व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या में पहले जो एयरस्ट्रिप थी, उसमें मात्र 178 एकड़ जमीन उपलब्ध थी। इतने क्षेत्रफल में इण्टरनेशनल एयरपोर्ट नहीं बन सकता था। प्रधानमंत्री जी के निर्देश पर राज्य सरकार ने इसका प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा, उसे भारत सरकार ने अपनी सहमति दी। राज्य सरकार द्वारा 821 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया द्वारा नये एयरपोर्ट के निर्माण की कार्यवाही युद्वस्तर पर चल रही है। यहां हुए प्रस्तुतिकरण के अनुरूप 15 दिसम्बर, 2023 तक यह नया एयरपोर्ट पूरी तरह बनकर तैयार होगा। जो भी तिथि प्रधानमंत्री जी द्वारा दी जायेगी, उसी के अनुरूप अयोध्या एयरपोर्ट सहित यहां के अन्य विकास कार्यों और नई अयोध्या, जो प्रभु श्रीराम के अयोध्या में भव्य मंदिर में विराजमान होने के पूर्व सज करके एक नयी अयोध्या के रूप में देश व दुनिया के सामने होगी, उसके भव्य लोकार्पण के साथ हम लोग जुड़ेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री के निर्देशन में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया अयोध्या एयरपोर्ट के निर्माण कार्य को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ा रही है। साथ ही, श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मन्दिर के लोकार्पण के पूर्व अयोध्या को वायु सेवा से जोड़ने के जिस लक्ष्य को लेकर वह चले है, वह तिथि अब नजदीक आ चुकी है। अयोध्यावासियों को कई प्रकार की सौगातें मिलने वाली हैं। इसमें इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के साथ ही अयोध्या की दृष्टि से आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर भी अयोध्यावासियों को पर उपलब्ध होगा।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या की मिट्टी को माथे पर लगाने के अवसर को अपना सौभाग्य बताते हुए कहा कि आज उनके लिए एक भावनात्मक क्षण है। इस अयोध्या के साथ उनकी आजी अम्मा का भी सम्पूर्ण जीवन बहुत भावनात्मक लगाव रहा है।
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज भारत विश्व पटल पर अग्रसर हो रहा है। आर्थिक क्षमता, आत्मनिर्भरता के साथ ही, भारत अपनी सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक शक्ति के आधार पर भी अग्रसर हो रहा है। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या आध्यात्मिक शक्ति का केन्द्र बिन्दु है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का मानना है कि भारत में स्थित हवाई अड्डों में जब कोई भी देशी या विदेशी व्यक्ति प्रवेश करे, उसे उस शहर की सांस्कृतिक क्षमता का आभास होना चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए अयोध्या के हवाई अड्डे में भी अयोध्या की सांस्कृतिक क्षमता के कण-कण को परिलक्षित करने की कोशिश की गयी है। चाहे एयरसाइड से देखें या सिटी साइड से देखें, हवाई अड्डे में नक्काशी एवं डिजाइन का कार्य हुआ है। हमारा लक्ष्य है कि इस महीने में अयोध्या हवाई अड्डा पूरी तरह से तैयार हो जाए। आगामी डेढ़ माह में देश में करीब आठ एयरपोर्ट तैयार हो रहे हैं ।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एवं नागरिक उड्डयन श्री एस0पी0 गोयल सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री तथा केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री ने अयोध्या में श्री हनुमानगढ़ी मंदिर एवं श्रीरामलला का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद उन्होंने श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण स्थल पर पहुंचकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री जी एवं केंद्रीय नागर विमानन मंत्री द्वारा सरयू होटल, नया घाट पर 42वें रामायण मेले का पोस्टर जारी किया गया।