हिंदी हिंदुस्तान की आत्मा है और साहित्यकार हिंदी की आत्मा है - कु. स्वाती सिंह
हिंदी दिवस के अवसर पर स्टेशन रोड पर स्थिति मदन प्लाजा बिल्डिंग के प्रथम तल पर साहित्यिक गोष्ठी आयोजित कर कवि मनीषियों ने हिंदी भाषा के प्रति अपने विचार रखे । अध्यक्षता श्री बृजेन्द्र सिंह जी ,मुख्य अतिथि सत्य देव द्रिवेदी जी , विशिष्ट अतिथि के. स्वाती सिंह जी , इस दौरान कवि मनीषियों ने सरकार से साहित्यिक गोष्ठी के लिए हिंदी भवन में एक निशुल्क सभागार के लिए आग्रह किया स्वाती सिंह जी ने सरकार तक ये आग्रह पहुंचाने एवं यथा संभव प्रयास के लिए आश्वाशन दिया। संगोष्ठी का कुशल संचालन श्री शरद मिश्र सिंधु जी द्वारा किया गया । आज पूरे विश्व में हिंदी भाषा अपना परचम लहरा रही है हिंदी के प्रति पूरा विश्व आज सम्मान से देश रहा है , इसका उदाहरण ब्रिटेन के प्रधानमन्त्री ऋषि सुनक जी ने जय श्री राम के नारे लगाए । संगोष्ठी की गरिमामय अध्यक्षता श्री बृजेन्द्र सिंह जी ने किया और मुख्य अतिथि डॉ सत्यदेव द्विवेदी पथिक जी रहे, एवं अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में कु. स्वाती सिंह जी (अधिवक्ता, समाजसेविका इस बाई इस जन कल्याण ट्रस्ट की मुख्य ट्रस्टी))तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विख्यात हिंदी सेवी श्री संजय मिश्र रजोल जी उपस्थित रहे।
वाणी वंदना श्री कृष्ण प्रताप सिंह सुमन जी ने किया तो कार्यक्रम का संचालन (शरद मिश्र 'सिंधु'अधिवक्ता ने) किया। संगोष्ठी में उपस्थित मनीषियों ने केसरिया स्वर के अधिवक्ता साहित्यकार विशेषांक का विमोचन भी किया। गोष्ठी में शहर के अन्य लब्ध प्रतिष्ठ रचनाकार मनीषी गण श्री मनमोहन बाराकोटी जी, श्री , अरविन्द रस्तोगी जी, श्री श्री कृष्ण द्विवेदी द्विजेश जी, श्री हरि प्रकाश अग्रवाल हरी जी, श्री शशि नारायण त्रिपाठी जी, श्री भ्रमर बैसवारी जी,श्री शरद पांडे शशांक जी, आदि मनीषियों ने रचना पाठ के साथ साथ अपने विचार व्यक्त किए।अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्री अरविन्द रस्तोगी जी द्वारा दिया गया, और सभी के प्रति आभार व्यक्त किया गया।