श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ दो दिवसीय श्रमिक पड़ाव आज से।
लखनऊ, 8 अगस्त, श्रम कानूनों के कड़ाई से परिपालन, मजदूर विरोधी चारों श्रम संहिताओं की वापसी, न्यूनतम मजदूरी कम से कम 26000/ प्रतिमाह किए जाने, आंगनवाडी आशा मनरेगा सहित सभी स्कीम कर्मियों को राज्यकर्मी घोषित करने, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, ई पी एस पेंशन कम से काम 7000/ प्रतिमाह किए जाने , निगमो निकायों में वर्सो से आउटसोर्स संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण, हडताल के कारण हटाए गए संविदा विद्युत कर्मियों की बहाली, कर्मचारी उत्पीड़न की समाप्ति , असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाएं लागू किए जाने और श्रम वादों के शीघ्र निस्तारण के लिए समयसीमा और आधारभूत संसाधन सुनिश्चित किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर हिंद मजदूर सभा और अन्य केंद्रीय श्रम संगठनों के संयुक्त आह्वान पर 9 और 10 अगस्त 2023 को प्रदेश के सभी क्षेत्रीय श्रम कार्यालयों पर दो दिवसीय श्रमिक पड़ाव आज शुरू होगा । हिंद मजदूर सभा के प्रांतीय मंत्री अविनाश पाण्डेय ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि उक्त पड़ाव आजादी के अगस्त क्रांति दिवस 9 अगस्त 23 को पूर्वाह्न 11 बजे से 10 अगस्त 23 को शाम 4 बजे तक चलेगा। तदोपरांत देश/प्रदेश के मुखिया को संबोधित प्रतिवेदन दिया जाएगा। प्रत्येक क्षेत्र में श्रम कार्यालय के सामने इस श्रमिक पड़ाव के माध्यम से दिनांक 10 अगस्त 2023 को दिल्ली में आयोजित पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन की रैली के प्रति अपना समर्थन भी व्यक्त किया जाएगा। लखनऊ में उप श्रम आयुक्त कार्यालय में लखनऊ, उन्नाव, हरदोई,सीतापुर , और लखीमपुर के चीनी, इंजीनियरिंग, चमड़ा, सहित विभिन्न उद्योगों, ईंट भट्ठा तथा भवन निर्माण, बिजली, आंगनवाड़ी, आशा, मनरेगा सहित संगठित और असंगठित क्षेत्र के मजदूर हिस्सा लेंगे।