वरिष्ठ साहित्यकार श्री शिवमूर्ति की साहित्यिक साधना पर आधारित वृत्त चित्र का, लोकार्पण एवं प्रदर्शन
लखनऊ​, दिनांक 26 अगस्त, 2023 को ‘राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान’, उ0प्र0 के तŸवावधान में उर्दू अकादमी प्रेक्षागृह, विभूतिखण्ड, गोमतीनगर, लखनऊ में वर्ष 2020-21 में आयोजित लेख/कहानी/काव्य प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ0 अखिलेश कुमार मिश्रा, आई.ए.एस., मा0 अध्यक्ष, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उ0प्र0 ने की, कार्यक्रम मंे मुख्य अतिथि श्री शैलेन्द्र सागर, आई.पी.एस. (से0नि0) थे। कार्यक्रम में वाणी वन्दना डॉ0 शोभा दीक्षित ‘भावना’ ने की एवं संचालन डॉ0 रश्मिशील एवं डॉ0 उमेश चन्द्र वर्मा ‘आदित्य’ ने किया तथा अतिथियों का स्वागत डॉ0 रविशंकर पाण्डेय द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संस्थान का परिचय एवं उपलब्धियों का व्याख्यान संस्थान की महामंत्री डॉ सीमा गुप्ता द्वारा दिया गया।
उक्त समारोह में संस्थान की त्रैमासिक पत्रिका ‘अपरिहार्य’ का लोकार्पण किया गया एवं संस्थान द्वारा बनाये गये, जाने माने वरिष्ठ साहित्यकार श्री शिवमूर्ति की साहित्यिक साधना पर आधारित वृत्त चित्र का, लोकार्पण एवं प्रदर्शन भी किया गया। उक्त वृत्तचित्र का लेखन डॉ0 रश्मिशील ने किया है। संस्थान द्वारा राज्यकर्मी साहित्यकारों हेतु एक लेख/कहानी/काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें लेख का विषय ‘कोरोना महामारी के कारण जीवन में आये बदलाव’ साहित्य एवं संस्कृति से हम क्या समझते हैं?’, काव्य प्रतियोगिता का विषय ‘पर्यावरण’ था तथा कहानी प्रतियोगिता का कोई निर्धारित शीर्षक नहीं था:- इस प्रतियोगिता में पुरस्कार योग्य पाये गये 9 लेखकों/कवियों को रु0 3,1,00.00 का पुरस्कार तथा अन्य 9 लेखकों/कवियों को भी रु0 2,100.00 के पुरस्कार प्रदान किये गये जिनका विवरण निम्नलिखित है:- लेख हेतु पुरस्कार 1. श्री सुरेन्द्र शर्मा, तत्कालीन सहायक समीक्षा अधिकारी, सचिवालय, राजस्व अनु-6, उ0प्र0 शासन। 2. श्री संजय चौधरी, तत्कालीन मुख्य व्यवस्था अधिकारी, जवाहर भवन, लखनऊ, (राज्य सम्पत्ति विभाग), उ0प्र0 शासन। 3. डॉ0 सन्दीप परमार, तत्कालीन उप सचिव, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उ0प्र0 शासन।। 4. डॉ0 ऋचा आर्या , तत्कालीन कम्प्यूटर सहायक, सचिवालय प्रशासन अनुभाग-16 (लेखा), उ0प्र0 सचिवालय।। 5. श्री दिलीप कुमार दुबे, तत्कालीन पुस्तकालयाध्यक्ष एवं मुख्य प्रलेखीकरण अधिकारी, विधान सभा, उत्तर प्रदेश। 6. श्री राजमन राम, तत्कालीन समीक्षा अधिकारी (लेखा), राष्ट्रीय सेवा योजना कोष्ठक, उच्च शिक्षा विभाग, उ0प्र0 सचिवालय। कहानी हेतु पुरस्कार 1. खामोश राखी, श्री संतोष कुमार ‘कौशिल’, तत्कालीन उपनिरीक्षक, आतंकवाद निरोधक दस्ता, उ0प्र0 पुलिस विभाग, लखनऊ।। 2. खाई, श्री अमरेन्द्र कुमार द्विवेदी, तत्कालीन समीक्षा अधिकारी (लेखा), श्रम विभाग, उ0प्र0 सचिवालय। 3. अहिल्या: एक युगान्तक नारी, श्रीमती अल्का तिवारी, तत्कालीन प्रधानाचार्या, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भद्रवन, मथुरा। 4. उपेक्षित रेखा, डॉ0 चाँदनी बाला, तत्कालीन समीक्षा अधिकारी, राजस्व अनुभाग-11, उ0प्र0 शासन। 5. गोलू, भोलू और मंगलू, श्री श्रवण कुमार, तत्कालीन नगर विकास विभाग, लखनऊ। 6. घायल संवेदनाएँ, डॉ0 वीरेन्द्र सिंह ‘कुसुमाकर’, तत्कालीन कार्मिक लोक निर्माण अनुभाग-11, उ0प्र0 सचिवालय। कविता हेतु पुरस्कार 1. श्री केवल प्रसाद ‘सत्यम’, तत्कालीन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, लखनऊ। 2. श्री अनुराग सिन्हा, तत्कालीन अनुभाग अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, उ0प्र शासन। 3. श्रीमती पूर्णिमा बेदार श्रीवास्तव, तत्कालीन अनु सचिव, वित्त विभाग, उ0प्र शासन। 4. श्री लोकेश त्रिपाठी, तत्कालीन समीक्षा अधिकारी, मुख्य मंत्री कार्यालय, उ0प्र0 शासन। 5. श्री मुकेश कुमार मिश्र, तत्कालीन आरक्षी, माडर्न कन्ट्रोल रूम, रिजर्व पुलिस लाइन, लखनऊ। 6. श्रीमती इन्द्रासन सिंह ‘इन्दु’, तत्कालीन वरिष्ठ सहायक, कृषि भवन, गोखले मार्ग, लखनऊ। अन्त में डॉ0 अम्बरीश कुमार सिंह ने सभी आगन्तुक अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।