पशुधन स्वस्थ और सुरक्षित होगा तभी उसकी उपयोगिता और दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि होगी -धर्मपाल सिंह
लखनऊ: दिनांक: 17 मई, 2023
उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां पशुपालन निदेशालय में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश के पशुओं में लम्पी चर्म रोग नियंत्रण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले 18 अधिकारियों (एल0एस0डी0 वारियर्स) तथा 100 दिवसीय मिशन 75 लाख कृत्रिम गर्भाधान योजना में उच्चतम स्थान प्राप्त करने वाले 07 मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मंत्री जी द्वारा उ0प्र0 को अण्डा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने हेतु उ0प्र0 कुक्कुट विकास नीति 2022 के सफल क्रियान्वयन हेतु पशुपालन विभाग द्वारा विकसित “यू0पी0 पोल्ट्री डेवलपमेन्ट पोर्टल” का शुभारम्भ भी किया गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए पशुधन मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र के साथ ही पशुधन का भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है यदि पशुधन स्वस्थ और सुरक्षित होगा तभी उसकी उपयोगिता और उत्पादकता में वृद्धि होगी, जिसमें पशुधन विभाग के अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। लम्पी रोग के नियंत्रण एवं मिशन एआई के लक्ष्यों की प्राप्ति करने वाले सम्मानित अधिकारियों की पशुधन मंत्री ने सराहना की और सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपने कार्यों एवं दायित्वों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से किये जाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि लम्पी रोग नियंत्रण में उत्तर प्रदेश ने देश के सामने आदर्श प्रतिमान स्थापित किया है और अन्य राज्यों के लिए नजीर बना है।
पशुधन मंत्री ने कहा कि लम्पी बीमारी से प्रदेश के कुल 32 जनपद प्रभावित हुये। सभी 32 जनपदों में 1 लाख 12 हजार 201 पशु प्रभावित हुये। पशुपालन विभाग की त्वरित कार्यवाही एवं चिकित्सा द्वारा कुल 01 लाख 11 हजार 546 पशु पूर्णरूप से स्वस्थ हो गये। प्रदेश में बढ़ते हुये संक्रमण को रोकने के लिये नेपाल से मध्य प्रदेश तक वेल्ट बनाकर सघन टीकाकरण किया गया जिसमें कुल 01 करोड़ 57 लाख 87 हजार 04 सौ पशुओं का टीकाकरण किया गया। लम्पी चर्म रोग नियंत्रण हेतु प्रदेश में 18 अगस्त, 2022 से 25 नवम्बर, 2022 तक विशेष अभियान चलाया गया। जिससे बीमारी पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सका। बीमारी के सघन अनुश्रवण हेतु निदेशालय स्तर पर सेंन्ट्रल कन्ट्रोल एवं कमान्ड सेन्टर स्थापित किया गया जो 60 दिनों तक 24 घण्टे क्रियाशील रहा। प्रभावित पशुओं के मालिकों के समस्याओं के त्वरित निवारण हेतु वाईस रिकार्डर की भी मदद ली गई।
पशुधन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कामिर्शियल लेयर एवं ब्रॉयलर पैरेन्ट फार्म स्थापित करने हेतु इन्वेस्टर्स समिट में कुल 390 एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किये गये, जिसके सापेक्ष लगभग 180 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। शीघ्र ही प्रदेश में लेयर एवं ब्रॉयलर फार्म स्थापित करने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जायेगी। चूँकि “यू0पी0 पोल्ट्री डेवलपमेन्ट पोर्टल” “यू0पी0 पोल्ट्री डेवलपमेन्ट पोर्टल” “यू0पी0 पोल्ट्री डेवलपमेन्ट पोर्टल” निवेश मित्र पोर्टल के साथ इन्टीग्रेटेड है, जिससे निवेशकों को पोल्ट्री फार्म स्थापित करने में सुविधा होगी। इसके अतिरिक्त पशुधन मंत्री द्वारा पशुपालन निदेशालय के भव्य द्वार का भी उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव पशुधन, उ0प्र0 शासन डा0 रजनीश दुबे द्वारा की गई। समारोह को सम्बोधित करते हुये अपर मुख्य सचिव पशुधन द्वारा प्रदेश में चलाये जा रहे विभिन्न लाभकारी योजनाओं के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा करते हुये पशुपालन विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्त योजनाओं को धरातल पर न सिर्फ उतारा जाये बल्कि सघन अनुश्रवण भी किया जाये। अपने सम्बोधन में अपर मुख्य सचिव ने बताया कि पशुपालकों की आय दोगुनी करने एवं 01 ट्रीलियन ईकोनॉमी में पशुपालन विभाग का अहम रोल है। अतः समस्त अधिकारी पूरे मनोयोग से अपने राजकीय दायित्वों का निर्वहन करें।
लम्पी रोग नियंत्रण में सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों में विशेष सचिव पशुधन श्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, उप सचिव पशुधन श्री विनोद कुमार द्विवेदी, निदेशक प्रशासन एवं विकास डॉ0 इन्द्रमणि, तत्कालीन निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डॉ0 पी0के0 सिंह, आजमगढ़ व वाराणसी मण्डल के तत्कालीन अपर निदेशक डॉ0 तरूण कुमार तिवारी, डॉ0 राजेश सैनी, डॉ0 शरद कुमार अग्रवाल, तत्कालीन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 अरूण कुमार जादौन, डॉ0 योगेन्द्र सिंह पवार, डॉ0 राजेश कुमार सिंह, डॉ0 महेश कुमार, डॉ0 प्रमोद कुमार, डॉ0 राजीव सक्सेना, डॉ0 बिजेन्द्र सिंह बालियान, डॉ0 बी0पी0 सिंह, डॉ0 जैकेश कुमार पाण्डेय, डॉ0 एम0आई0 खान तथा वेतब्रत गंगवार को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त मिशन एआई योजना में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी खीरी डॉ0 सोमदेव सिंह चौहान, अलीगढ़ के डॉ0 बी0पी0 सिंह, बाराबंकी के डॉ0 जे0एन0 पाण्डेय, बिजनौर के डॉ0 मुकेश गुप्ता, उन्नाव के डॉ0 ए0डी0 पाण्डेय, अयोध्या के डॉ0 जगदीश प्रसाद तथा मेरठ के डॉ0 ए0के0 गर्ग को सम्मानित किया गया।