सहारा हॉस्पिटल में कैंसर के मरीज को मिला बेहतर उपचार
- मरीज को छोटी आंत तथा पैंक्रियाज में था कैंसर
लखनऊ : गाजीपुर निवासी 30 वर्षीय महिला मरीज को अचानक खून की उल्टी हुई और साथ पेट में दर्द होने लगा। पता चला वह दस दिनों से ठीक से खाना-पीना नहीं खा पा रही हैं। जांच में पता चला कि उसकी छोटी आंत तथा पैंक्रियाज का कैंसर है। परिजनों ने कई अस्पतालों में इलाज के लिए सम्पर्क किया लेकिन मरीज को सफल इलाज नहीं मिल पा रहा था। फिर उन्होंने गोमतीनगर स्थित सहारा हॉस्पिटल में डॉक्टर अंकुर गुप्ता से परामर्श लिया, तो मरीज की एंडोस्कोपी करायी गयी। फिर बायोप्सी भी की गयी, जिससे कैंसर की पुष्टि हुई। डॉक्टर ने पैट स्कैन करवाने की सलाह दी तो मरीज ने सहारा हॉस्पिटल में सर्जरी करने का निश्चय किया। वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शशांक चौधरी से परामर्श लिया। मरीज से आपरेशन की सहमति मिलने पर डॉ. शशांक ने विहप्पल प्रोसीजर किया, जिसमें छोटी आंत, पैंक्रियाज का पहला हिस्सा, पित्त की नली को निकालकर आपरेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। ऑपरेशन के बाद सहारा हॉस्पिटल की फिजिशियन डॉक्टर दीपाली मोहंती एवं छाती व श्वास रोग विशेषज्ञ डा. मनोज अग्रवाल ने मरीज को पोस्ट ऑपरेटिव केयर में भर्ती किया। मरीज के ऑपरेशन के बाद मरीज में प्रोटीन की कमी की पूर्ति की गयी और उसको प्लाज्मा चढ़ाया गया। ऑपरेशन के बाद मरीज की भीतर की कमी भी निकली जिसको पूरा करने के लिए उनको कई इंजेक्शन दिए गए क्योंकि उसे सेप्सिस भी हो गया था, जिसको रोकने के लिए उसे एंटीबायोटिक भी दी गयी और धीरे-धीरे उसकी लिक्विड डाइट भी शुरू की गयी। करीब 6 से 8 दिन के बाद उसने मुंह से खाना शुरू कर दिया। समस्त टीम के सामूहिक प्रयास से मरीज का सफलतापूर्वक इलाज हो गया।
कुछ दिन आईसीयू में रखकर मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। मरीज व उनके परिजनों ने डॉक्टर्स टीम, पैरामेडिकल स्टाफ और हॉस्पिटल प्रबंधन को धन्यवाद दिया।
सहारा इंडिया परिवार के वरिष्ठ सलाहकार अनिल विक्रम सिंहजी ने बताया कि हमारे अभिभाव