वरिष्ठ कवि सम्पत्ति कुमार मिश्र “भ्रमर बैसवारी“ के संपादन में प्रकाशित हुई “21 वी सदी के युगधर्म कवि“ का विमोचन उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान,हजरतगंज, लखनऊ में
लखनऊ। साकेत सृजन प्रकाशन तथा प्रयागराज से प्रकाशित नूतन कहानियां मासिक पत्रिका के संयुक्त तत्वाधान में दैनिक जागरण में बिहार और यूपी में कार्यरत रहे वरिष्ठ कवि सम्पत्ति कुमार मिश्र “भ्रमर बैसवारी“ के संपादन में प्रकाशित हुई “21 वी सदी के युगधर्म कवि“ का विमोचन उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान,हजरतगंज, लखनऊ में प्रेमचंद सभागार, किया गया है।
सम्मानित, प्रबुद्ध और मनीषी साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति में 55 कवियों की रचनाओं सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि कोरोना काल की कविताएं तथा हाल में ही प्रकाशित हुई 21 वी सदी के युगधर्म कवि जिसमें 55 कवियों की रचनाओं के संकलन 21 वी सदी के युगधर्म कवि का विमोचन नॉटिंघम यूके से पधारी वरिष्ठ कवि लेखिका जय वर्मा ,प्रोफेसर विष्णु गिरि गोस्वामी,अध्यक्ष,श्री उमेशचन्द्र दुबे "अभय" मु.अ.श्री कन्हैया लाल जी,
वि.अ. अनिल किशोर शुक्ल निडर, श्री मयंक किशोर शुक्ल "मयंक",कहानीकार मुक्तिनाथ झा,पत्रकार नफीस खान तथा संकलन के संपादक वरिष्ठ कवि सम्पत्ति कुमार मिश्र “भ्रमर बैसवारी“के कर कमलो सम्पन्न हुआ।
सुश्री शीला वर्मा “मीरा“ (लखनऊ) ने वाणी वंदना प्रस्तुत की। इस अवसर पर सर्वश्री प्रो.वी.जी.गोस्वामी, उमेशचन्द दुबे "अभय", सम्पत्ति कुमार मिश्र "भ्रमर बैसवारी", राजेन्द्र शुक्ल "राज", डा.शिव मंगलसिंह "मंगल", ब्रज किशोर शुक्ल "ब्रज", मुकेश कुमार, गौरीशंकर वैश्य "विनम्र", पीयूष मिश्र "भइयाजी", विनय मोहन मिश्र, अनिल किशोर शुक्ल "निडर",
विजय कुमार श्रीवास्तव, दिनेश सोनी, मार्तण्ड, सुश्री शीला वर्मा "मीरा", अरचना गुप्ता, अनीता सिनहा ,सर्वेश अग्निहोत्री, अर्चना गुप्ता,अनिल किशोर शुक्ल निडर, पीयूष मिश्र आदि ने काव्य पाठ किया।मंच संचालन-सम्पत्ति कुमार मिश्र "भ्रमर बैसवारी" ने किया।