काशी विश्वनाथ मंदिर और श्री मंगलनाथ मंदिर भी इस प्लैटफॉर्म में हुए शामिल
पूरे भारत से श्रद्धालु इन मंदिरों में अब सनातन धर्म से जुड़ी पूजा, पूर्ण पूजा, यज्ञ, मनोकामना पूर्ति
दर्शन, और लाइव-आशीर्वाद का ले सकेंगे लाभ
नई दिल्ली, 8 अप्रैल 2022: देश के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों की सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध करानेवाला
वामा भारत में सबसे तेजी से बढ़ते फेथ-टेक स्टार्टअप्स (आस्था-टेक स्टार्टअप्स) में से एक है। इसका उद्देश्य
पूरे देश में श्रद्धालुओं के लिए इन मंदिरों के दर्शन आसान बनाना है। इस मंच के साथ हाल ही में भारत के
सबसे ज्यादा पूजे जाने वाले मंदिरों में से वाराणसी के काशी विश्वनाथ और उज्जैन के श्री मंगलनाथ मंदिर
भी शामिल हो गए हैं।
इस भागीदारी के तहत, पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले श्रद्धालु इन मंदिरों में अब इ-पूजा और
इ-दर्शन कर सकेंगे। वर्चुअल कष्ट निवारण पूजा जैसे कि सनातन धर्म से जुड़ी पूजा, पूर्ण पूजा, यज्ञ,
मनोकामना पूर्ति दर्शन, और लाइव आशीर्वाद के अतिरिक्त, वामा के यूर्जस (उपयोगकर्ता) ऍप में मौजूद
लाइव-स्ट्रीमिंग की सुविधाओं के माध्यम से अन्य सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
वामा का सपना है कि देशभर के श्रद्धालुओं के पास पूरे भारत के सबसे लोकप्रिय मंदिरों की सुविधाजनक,
समय की बचत, और आसानी से इ-पूजा और इ-दर्शन के विकल्प होंगे।
प्लैटफॉर्म से अब तक 30 से अधिक नामचीन मंदिर जुड़ चुके हैं और अपने लांच के सिर्फ दो महीने के भीतर
ही 500 से अधिक इ-पूजा का आयोजन किया है। चूंकि महामारी के चलते दर्शन के लिए मंदिर जाने वालों
की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है तथा अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन माध्यम को अपना रहे हैं, वामा का लक्ष्य
वर्चुअल श्रद्धालुओं की संख्या में 100 गुना बढ़ोत्तरी की संभावना का लाभ उठाना है।
इस नयी भागीदारी पर बात करते हुए, वामा के सह-संस्थापक और तीसरी पीढ़ी के ज्योतिषी, आचार्य देव
ने कहा, "वामा का उद्देश्य श्रद्धालुओं को एक संपूर्ण प्लैटफॉर्म पेश करना है जिसके माध्यम से कोई भी, कहीं
भी और किसी भी समय वर्चुअल मंदिर और ज्योतिष सेवाओं का लाभ उठा सकेगा। काशी विश्वनाथ मंदिर
और श्री मंगलनाथ मंदिर जैसे सुप्रसिद्ध मंदिरों से जुड़कर हम श्रद्धालुओं की हर तरह के धार्मिक और
आध्यात्मिक जरूरतों के वन-स्टॉप वर्चुअल प्लैटफॉर्म बनने के मिशन के एक कदम करीब आ गए हैं। इन दो
मंदिरों में पूजा करने की अभिलाषा रखने वाले भक्तों को यह अनूठी सेवा देकर हम बेहद उत्साहित हैं। वामा
उन्हें अपने घर बैठे दर्शन की सुविधा प्रदान करेगा।"
इस पर बात करते हुए, काशी विश्वनाथ के महंत पंडित लोक पति तिवारी ने कहा, "कोरोना महामारी और
बार-बार होने वाले लॉकडाउन के दौरान इ-पूजा और ऑनलाइन मंदिर दर्शन की मांग काफी बढ़ गयी। वामा
ऐसे लोगों के लिए भी उपयोगी साबित होगा जो शारीरिक रूप से मंदिर आकर दर्शन करने में असमर्थ हैं। वे
इस माध्यम से वर्चुअल पूजा एंव दर्शन कर सकते हैं। यह एक नेक संकल्पना है और उन सब के लिए वरदान है
जो पहले सहायता की कमी, समय, स्वास्थ्य या समय की कमी के चलते दर्शन नहीं कर पाते थे।"
इस संबंध पर बोलते हुए, उज्जैन मंगलनाथ मंदिर के महंत अक्षय भारती ने कहा, "वामा सिर्फ सभी वर्ग के
श्रद्धालुओं की धार्मिक जरूरतों को ही नहीं पूरा कर रहा है बल्कि ऑनलाइन माध्यम से पूजा और दर्शन से
पंडितों को आर्थिक रूप से सशक्त कर रहा है। इन प्लैटफॉर्म की वजह से कई पुजारी महामारी के दुष्परिणामों
से संभल पाए और आमदनी आती रही। वामा डिजिटल इंडिया की तर्ज पर डिजिटल इकोसिस्टम बनाकर उन्हें
इन नए माध्यमों से आत्मनिर्भरता के अवसर दे रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में विश्वनाथ गली में स्थित है
जबकि, मंगलनाथ मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में है।