अखिलेश की घोषणा से राज्य कर्मचारी, शिक्षक, और आऊट सोर्सिग कार्मिकों और आशा बहुओं गदगद, करेगें समर्थन।


 अखिलेश यादव की पुरानी पेंशन, आऊट सोर्सिग और आशा बहुओं के सम्बन्ध में की गई घोषणा ने मचाई हलचल।



लखनऊ दिनांक 20 जनवरी, 2022। राज्य के नियमित कर्मचारी ही नही बल्कि शिक्षक और आऊट सोर्सिग कार्मिकों और आशा बहुओं को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया की घोषणा से उत्तर की राजनीति में भूचाल आ गया है। अखिलेश यादव आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी की उपस्थिति में 2005 से पूर्व लागू राज्य कर्मचारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था यथावत बहाल कराने तथा आऊट सोर्सिग, आशाबहुओं तमाम इस तरह के कार्मिकों को शोषणा से मुक्त कराने की घोषणा की है। राज्य कर्मचारियों/शिक्षकांे के लिए अप्रैल, 2005 से पूर्व से प्रचलित पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली की समाजवादी पार्टी द्वारा बहाल किये जाने की घोषणा किये जाने का स्वागत राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद (श्री हरि किशोर तिवारी) द्वारा किया गया।  इस सम्बंध में परिषद की महामंत्री शिवबरन सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद राज्य कर्मचारियों ने आगामी चुनाव में हर सम्भव सपा का समर्थन और शतप्रतिशत सपरिवार मतदान का निर्णय लिया है।


     ज्ञातत्य है कि इं0 हरि किशोर तिवारी के नेतृत्व में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद द्वारा लखनऊ से दिल्ली तक की साइकिल यात्रा कर पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली की मांग को कर्मचारियों की मुख्य मांगों में लाने का कार्य किया। प्रादेशिक आन्दोलनों आदि मेें इस मांग ने जोर पकड़ा राजनैतिक दलों द्वारा समय-समय पर इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी गई। किन्तु शासन स्तर पर सम्पन्न बैठकों में सहमति नही बन सकी। किन्तु आसन्न विधान सभा निर्वाचन में कर्मचारियों/शिक्षकों की मांग ने फिर जोर पकड़ा जिसे समाजवादी पार्टी ने आगे आकर प्रदेश में सरकार बनने पर पुरानी पेश्ंान की बहाली की घोषणा करते हुए इस अपने घोषणा-पत्र में शमिल किये जाने की बात कही गई। इं.हरि किशोर तिवारी के साथ अखिलेश यादव ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के साथ आउटसोर्सिग एवं संविदा कार्मियों के सम्बन्ध में भी घोषणा की गई। बैठक में उपस्थिति परिषद से जुड़े घटक संघों के शीर्ष नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब तक खुल कर किसी भी दल ने कर्मचारी हितों की रक्षा के लिए इस तरह की स्पष्ट घोषणा नही की है। ऐसे में कर्मचारी शिक्षक और आऊट सोर्सिग कार्मिकों और आशा बहुओं आदि संवर्ग का फर्ज बनता है कि वह अपने हितों की रक्षा के निर्णात्मक निर्णय ले।
   इस घोषणा के बाद प्रदेश के कर्मचारियों/शिक्षकों ने स्वागत किया तथा एक दूसरे को बधाइयों का तांता लगा रहा। बैठक में उपस्थिति नेताओं का कहना है कि आसन्न चुनाव में समाजवादी पार्टी का दंाव रंग भी ला सकता है। कलेक्ट्रेट मिनि0 से सुशील त्रिपाठी अरविन्द वर्मा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ से सुरेश यादव वाणिज्य कर से आर0के0 पाल, विशिष्ट बी0टी0सी0 से संतोष तिवारी, डिप्लोमा इंजी0 से एन0डी0 द्विवेदी, एच0एन0 मिश्रा, कोषागार से अखिलेश अग्निहोत्री, डिप्लोमा इंजी0 महासंघ से जी0एन0 सिंह, एस0पी0 यादव मिर्जा फिरोज शाह, जल निगम से एस0पी0 मिश्रा, अमीन संघ से समर बहादुर सिंह, नगर निगम आनन्द वर्मा इस अवसर परिषद के केन्द्रीय कार्यालय मे ंउद्यान महासंघ के अविनाश चन्द्र श्रीवास्तव, सुभाष चन्द्र तिवारी, ड्राइंग स्टाफ परिसघ से अमरजीत मिश्रा, समाज कल्याण से धर्मेन्द्र सिंह चकबन्दी से सरनाम सिंह, सहजराम कनौजिया, बोरिंग टेक्नीशियन से आनन्द प्रताप सिंह विशेष शिक्षक से अनुज शुक्ला, आकाश, बाल  विकास से अमिता त्रिपाठी, आई0टी0आई0 से विवेक यादव, दुग्ध विकास अनिल कुमार सिंह मण्डी परिषद से कमलेश कुमार वर्मा अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।