उपाध्यक्ष विधान सभा ने समिति के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधान सभा की समितियाँ सदन का लघु स्वरूप होती हैं। जिस प्रकार सदन चलता हैं, उसी प्रकार समितियां भी अपना कार्य संचालन करती है। विधान सभा के विशेषाधिकार एवं उन्मुक्तियाँ इन समितियों में भी लागू होती है। समिति के सदस्यों को विशेषाधिकार प्राप्त होता है, जो सदन के चलने पर ही प्राप्त होता है।
विधान सभा उपाध्यक्ष ने कहा कि यहां पर सत्ता और विपक्ष में विभेद नहीं होता है। सभी मिलकर एक पक्ष होते है। सभी सदस्य शासन के अधिकारियों के साथ तर्क प्रतितर्क के माध्यम से प्रस्तुत विषय की गम्भीरता पर विचार करते है। समितियों के सभी सदस्य मर्यादा में अपनी बात कहकर सरकारी तंत्र को जवाबदेह बना सकते हैं।बैठक में प्रश्न एवं संदर्भ समिति के सदस्य के सदस्य रामरतन कुशवाहा,राजीव सिंह परीक्षा, नरेंद्र सिंह जादौन , पप्पू भरतौल आदि ने आदि विधायकों ने भाग लिया अंत में समिति सदस्य रामरतन कुशवाहा ने सभी का आभार व्यक्त किया।