देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 137वीं जयंती मनायी गयी

 


लखनऊ। भाषायी सौहार्द्र बनाये रखने, लोक भाषा, कला एवं संस्कृति के समुचित संरक्षण के संकल्प के साथ शुक्रवार को देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 137वीं जयंती मनायी गयी। अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी न्यास द्वारा प्रेस क्लब में आयोजित समारोह के दौरान वर्ष 2021 में सोशल मीडिया पर सराहनीय प्रस्तुति देने वाले छठ गीत गायक-गायिकाओं का सम्मान किया गया। इस अवसर पर अवध भारती संस्थान व अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी न्यास द्वारा संयुक्त रूप से अवधी-भोजपुरी समरसता मंच के गठन की घोषणा की गई तथा सुप्रसिद्ध लोक गायिका कुसुम वर्मा को इसका अध्यक्ष मनोनीत किया गया। डा. राजेन्द्र प्रसाद पर आधारित चित्रों तथा इस वर्ष विभिन्न देशों में हुई छठ पूजा से सम्बंधित चित्रों की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केन्द्र रही।


वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भारत रत्न डा. राजेंद्र प्रसाद के पारिवारिक कुटुम्ब अजित कुमार ने कहा कि प्रसाद जी स्वभाव से काफी दयालु और निर्मल थे। उनका जीवन और विचार हमेशा देशवासियों को प्रेरणा देगा। वरिष्ठ साहित्यकार डा. विद्याविन्दु सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में डा. राजेन्द्र प्रसाद की भूमिका की चर्चा की। प्रो. कमला श्रीवास्तव ने कहा कि सादा जीवन और उच्च विचार के सिद्धांत पर आधारित पूर्व राष्ट्रपति का जीवन एक आदर्श है। अवध भारती के अध्यक्ष डा. रामबहादुर मिश्र ने अपनी बोली बानी के उत्थान के साथ-साथ भाषायी सौहार्द्र बनाये रखने की भी वकालत की। वरिष्ठ साहित्यकार डा. सुधाकर तिवारी ने मूल्यों के क्षरण को रोकने के लिए मिट्टी से जुड़े तत्वों से लिपटे रहने को आवश्यक बताया। फिल्म बन्धु के संयुक्त निदेशक संजय अस्थाना एवं डा. राजेंद्र प्रसाद की पारिवारिक कुटुम्ब डा. इन्दु रायजादे ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

न्यास के अध्यक्ष डा. एस.के. गोपाल ने कहा कि डा. राजेन्द्र प्रसाद की पहल पर ही भोजपुरी की पहली फिल्म बनी। वे अपनों से सदैव भोजपुरी में ही बात व पत्र व्यवहार किया करते थे। सही अर्थों में वे मिट्टी से आजीवन जुड़े रहे।



कार्यक्रम के दौरान गोरखपुर की मिसरी टीम द्वारा रिलीज किये गये ट्रांसजेंडर पर आधारित इस वर्ष के छठ गीत हे छठी मइया के लिए सर्वश्री आदर्श मौर्य ‘आदी’, आदित्य राजन, पूजा निषाद, काजल अग्रहरि व नीलिमा सिंह तथा सराहनीय छठ गीत के लिए लोक कलाकार डा. भक्ति शुक्ला, आशा तिवारी, संगीता श्रीवास्तव और एस.पी. साहू का सारस्वत सम्मान किया गया। साथ ही चर्चित बाल कलाकार स्वरा त्रिपाठी को श्रीमती आरती पाण्डेय स्मृति बाल प्रतिभा सम्मान प्रदान किया गया। किन्नर गुरु एवं समाजसेवी पायल सिंह ने ट्रांसजेंडर समुदाय को समाज की मुख्य धारा में लाने तथा उन्हें सम्मान देने के प्रयासों की सराहना की।

कार्यक्रम में सर्वश्री एन.के. द्विवेदी, राजनारायण वर्मा, मंजू श्रीवास्तव, मयूरी पाण्डेय, अविनाश पांडेय, होमेन्द्र कुमार मिश्र, आर्ट एण्ड मैजिक फाउण्डेशन के अध्यक्ष सुरेश कुमार, आफताब हुसैन, कठपुतली कलाकार श्रुति गुप्ता, लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी, रीता पाण्डेय, रंगकर्मी सोनल ठाकुर, जितेन्द्र मिश्रा ‘टीटू’ सहित अन्य मौजूद रहे।