महामना मालवीय मिशन द्वारा राष्ट्रवाद की आवश्यकता एवं चुनौतियाँ“ व्याख्यान




 

आज दिनांक 27 नवम्बर 2021 सायं 05ः00 बजे महामना मालवीय मिशन द्वारा “विषयः राष्ट्रवाद की आवश्यकता एवं चुनौतियाँ“ पर व्याख्यान एवं चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर मुख्य वक्ता श्री संजय दीक्षित, पूर्व आई.ए.एस., प्रखर राष्ट्रवादी चिन्तक एवं निदेशक, दी जयपुर डॉयलाग्स थे। समारोह की अध्यक्षता महामना मालवीय मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रभु नारायण ने की। महामना मालवीय मिशन, लखनऊ के अध्यक्ष डा॰ ए.के. त्रिपाठी पूर्व निदेशक डा॰ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान तथा वर्तमान में के.जी.एम.यू. के प्रोफेसर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया एवं मुख्य अतिथि के स्वागत में अन्य विभिन्न सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों के द्वारा पुष्पगुच्छ, शाल, स्मृति चिन्ह् आदि देकर किया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए श्री देवेन्द्र स्वरूप शुक्ला, संगठन सचिव ने कहा कि महामना मालवीय मिशन का उद्येश्य शिक्षा, सेवा तथा संस्कृति की रक्षा करना है। तत्पश्चात् मालवीय मिशन, लखनऊ शाखा के महासचिव डा॰ पी.के. सिंह ने महामना के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु स्थापित मालवीय मिशन का परिचय एवं गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मालवीय मिशन महामना के बताए रास्तों के अनुरूप सेवा, शिक्षा और संस्कार को विकसित करने हेतु संकल्पित है और तद्नुसार उन क्षेत्रों में कार्य कर रही है। 


मुख्य वक्ता श्री संजय दीक्षित ने अपने उद्बोधन का प्रारम्भ महामना मालवीय जी की स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि राष्ट्रवाद और राष्ट्रप्रेम एक बहुत ही गंभीर विषय है इसके अन्तर्गत हमें सर्वप्रथम अपने दुश्मनों को देखना और समझना होगा तत्पश्चात हमें राष्ट्रप्रेम की भावना के साथ उनका मुकाबला करना होगा। अपने दुश्मनों का सामना करने से पहले हमें उनको अच्छी तरह से समझना और उनके विषय में पूर्ण जानकारी के साथ संघर्ष करने की आवश्यकता है। मुख्य वक्ता ने उपस्थित श्रोतागण से प्रश्न भी लिए और उसका समुचित उत्तर देने का प्रयास भी किया। कार्यक्रम का सम्मापन राष्ट्रीय अध्यक्ष के अध्यक्षीय भाषण एवं महासचिव के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचलान श्री देवेन्द्र स्वरूप शुक्ला एवं महासचिव डा॰ पी.के. सिंह ने किया।