कटिंग चाई बना देती है बिगड़े काम
चाय की चुस्की के साथ प्रणाम वैसे तो दिन की शुरुआत अधिकतर लोगों की चाय की चुस्की के साथ ही होती है और किसी मेहमान को खुश करना हो या दोस्तों के साथ समय बिताना हो तो यह चाय ही एक ऐसा सस्ता सुलभ साधन है जो सभी के लिए हर घर व नुक्कड़ पर उपलब्ध होती है ।चाय बागानों की मजदूरों की हालत व व्यापार को बढ़ाने के लिए 2005 से लेकर 2019 तक 15 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस के रूप में बनाया जाता था ,परंतु भारत के आग्रह पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 मई को अब अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस के रूप में मान्यता दे दी है ।19 दिसंबर हो या 21 मई चाय की उपयोगिता कम नहीं होती है ।आज भी हम चाय की चर्चा में बने हमारे सहभगियो को ना केवल धन्यवाद देना चाहते हैं बल्कि चाय की चर्चा को हमेशा जीवंत रखते हुए 21 मई 2021 को बहुत धूमधाम से चाय दिवस मनाएंगे| एक बात विशेष है इस करोनो महामारी में चाय की उपयोगिता कई गुनी बढ़ गई है, कारण है कि दूध और पत्ती के साथ मसाला डालकर मसाला चाय ने काढ़े का रूप लेकर आदमी को कोरोनो महामारी से लड़ने की ताकत भी दी है ।सभी चाय प्रेमियों को ,चाय हाउस को ,चाय क्लबों को ,और चाय की चर्चा करने वालों को हम प्रणाम करते हैं और आशा करते हैं 21 मई 2021 को ना तो करोना का डर होगा ना अन्य प्रकार की महामारी होगी और हम लोग बड़े धूमधाम से चाय दिवस का आयोजन करेंगे।चाय दिवस के इतिहास की चर्चा और उसके महत्व की आगे चर्चा करेंगे | राजीव गुप्ता जनस्नेही