साहित्य आजतक 2019' में तीसरे दिन पश्चिमी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद और गायक हंसराज हंस ने भी शिरकत की. यहां हंसराज हंस ने अपने सूफियाना अंदाज में गायकी से समा बांधा और महफिल में चार चांद लगा दिए. इसके अलावा उन्होंने प्रदूषण के मुद्दे पर दिल्ली सरकार पर निशाना भी साधा.
साहित्य आजतक 2019 में एक तरफ हंसराज हंस ने सूफियाना गायकी से महफिल की रौनक बढ़ाई. 'सूफियाना शाम' में हंसराज हंस के गीतों ने लोगों को सूफी रंग से रंग दिया. उन्होंने मजा ए इश्क और जिन्हें देखने के लिए जा रहे हैं, वो पर्दे पर पर्दा किए जा रहे हैं... जैसी कव्वाली सुनाई तो पूरा माहौल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया.
वहीं दिल्ली में हो रहे प्रदूषण को लेकर उन्होंने केजरीवाल सरकार पर भी निशाना साधा. साथ ही उन्होंने दिल्ली सरकार को विज्ञापन पर कम खर्च करने की हिदायत भी दी. प्रदूषण के मुद्दे पर हंसराज हंस ने दिल्ली सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदूषण के मुद्दे पर इस सरकार से होता कुछ नहीं और दोष हरियाणा-पंजाब को देते रहते हैं.
विज्ञापनों पर कम हो खर्च
हंसराज हंस ने बिना नाम लेते हुए दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनके हाथ में भी दिल्ली है, वो विज्ञापनों पर कम खर्च करे. अगर 600-700 करोड़ रुपये प्रदूषण को खत्म करने में लगाया होता तो कमाल हो जाता. हंसराज हंस ने कहा कि अब नौबत ये आ गई है कि बच्चों को दिवाली और दशहरे के गिफ्ट के रूप में मास्क दिया जा रहा है.
हंसराज हंस ने देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण का मुद्दा शायराना अंदाज में उठाया. हंसराज हंस ने कहा, 'दिल्ली में इतने पॉल्यूशन से आवाज भी खराब हो रही है, सांस लेना भी सजा लगता है, अब तो मरना भी हवा लगता है... कहां मीर-ओ-गालिब की खुद्दार दिल्ली, कहां ये सियासी फकीरों की बस्ती...'
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण काफी बुरी स्थिति में पहुंच गया है. रविवार को दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 1200 को पार कर गया.